Thursday, 1 October 2015

Interesting facts about Science (in Hindi) -1
(विज्ञान के रोचक तथ्य -1)

  1. 'Scientist' शब्द पहली बार 1883 में प्रयोग किया गया था।

  2. वैज्ञानिको ने ये पता लगा लिया है कि मुर्गी पहले आई या अंडा ? उनके अनुसार अंडे में एक ऐसा प्रोटीन पाया जाता है जो केवल मुर्गी उत्पन्न कर सकती है।

  3. वैज्ञानिको द्वारा प्रतिदिन 41 नई प्रजातियाँ खोजी जा रही है।

  4. आकाश से गिरी हुई बिजली सूर्य से 5 गुना ज्यादा गर्म होती है।

  5. प्रकाश को आकाशगंगा के एक छोर से दूसरे छोर तक जाने के लिए 100,000 साल का समय लगता है।

  6. आपको ये जानकर हैरानी होगी कि आप बर्फ के टुकड़े से आग शुरू कर सकते है।

  7. Ploutonium मनुष्य द्वारा बनाया गया सबसे पहला तत्व है.
  8. अगर आप अंतरिक्ष में जाते है तो आप गला घुटने की बजाए शरीर के फटने से पहले मर जाएगें क्योंकि वहाँ पर हवा का दबाब नही है.

  9. ध्वनि हवा से ज्यादा स्टील में लगभग 15 गुना अधिक गति करेगी.

  10. जब एक जैट प्लेन की गति 1000 किलोमीटर प्रतिघंटा होती है तब उसकी लंम्बाई एक परमाणु घट जाती है.
  11. ( www.gazabhindi.com )
  12. जब चाँद बिलकुल आपके सिर पर होता है तो आपका वजन थोड़ा कम हो जाता है.
  13. तत्वो की आर्वती सारणी में 'j' अक्षर कही भी नही आता।

  14. क्विक सिल्वर या पारा ऐसी एकमात्र धातु है, जो तरल अवस्था में रहती है और इतनी भारी होती है कि इस पर लोहा भी तैरता है।

  15. चंद्रमा हर साल हमसे 3.78 cm दूर हो रहा है।

  16. नाभिकीय भट्टियों में प्रयुक्त गुरु-जल विश्व का सबसे महँगा पानी है। इसके एक लीटर का मूल्य लगभग 13,500 रुपये होता है।

  17. नील आर्मस्ट्राँग ने सबसे पहले अपना बाँया पैर चँद्रमा पर रखा था और उस समय उनके दिल की धड़कन 156 बार प्रति मिनट थी.

  18. एक मध्यम आकार के बादल का वजन 80 हाथियो के बराबर होता है।

  19. धरती एकलौता ऐसा ग्रह है जिसका नाम किसी देवता के ऊपर नही रखा गया और ना ही पुल्लिंग रखा गया है.

  20. 'ऐस्बेस्टस' नामक पदार्थ आग में नहीं जलता।
  21. शुक्र ग्रह की सतह का तापमान 351 डिग्री से./ 864 डिग्री फे. है, जो किसी भी ग्रह की सतह का सबसे अधिक तापमान है।

  22. नार्वे दुनिया का एक ऐसा देश है जहाँ सूरज आधी रात में चमकता है।

  23. प्रकाश को धरती की यात्रा करने के लिए सिर्फ 0.13 सैकेंड लगेगें.

  24. अब तक का सबसे बड़ा ज्ञात तारा Canis Majoris (केनिस मीजोरिस) है. यह इतना बड़ा है कि इसमें 7 000 000 000 000 000 पृथ्वीयाँ समा सकती हैं. दुसरे शब्दों में अगर पृथ्वी का आकार एक मटर के दाने जितना कर दिया जाए तो Canis Majoris का व्यास(diameter) 3 किलोमीटर होगा.

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